अम्बेडकरनगर: (रिपोर्ट: आलम खान – एडिटर इन चीफ/मान्यता प्राप्त पत्रकार 8400788858) अयोध्या मंडल में ए श्रेणी का दर्जा प्राप्त नगर पालिका परिषद टाण्डा प्रशासनिक लापरवाही की भेंट चढ़ता नज़र आ रहा है। जनपद की समस्त नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों में जहां टैक्सी टोकन वसूली की ठेका नीलामी मार्च माह में ही समाप्त हो गई वहीं घोर लापरवाही व लचर व्यवस्था के कारण टाण्डा नगर पालिका में टैक्सी व साइकिल स्टैंड की नीलामी नहीं हो सकी जिससे प्रतिदिन हजारों रुपये का राजस्व नुकसान हो रहा है।
राजस्व हानि की खबरे प्रकाशित होने के बाद नगर पालिका प्रशासन द्वारा आननफानन में 12 अप्रैल को नीलामी आमंत्रित किया गया था लेकिन आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण उसे निरस्त कर दिया गया। नीलामी निरस्त होने के कारण अब नगर पालिका कर्मियों के ऊपर ही टैक्सी व साइकिल स्टैंड वसूली की अतरीरिक्त ज़िम्मेदारी आ गई है और ये आदर्श आचार संहिता लागू होने तक जारी रहेगी।
बताते चलेंकि नगर पालिका परिषद टाण्डा को मात्र टैक्सी स्टैंड से प्रतिदिन लगभग 18 हज़ार रुपये का राजस्व प्राप्त होता रहा है जो चालू वित्तीय वर्ष में 10 प्रतिशत बढ़ने का भी प्रस्ताव था लेकिन ठेका नीलामी न होने के कारण नगर पालिका कर्मियों द्वारा काफी कम वसूली की जा रही है तथा साइकिल स्टैंड पर वसूली शून्य के बराबर बताई जा रही है जिससे नगर पालिका को भारी वित्तीय नुकसान सहन पड़ रहा है।
बहरहाल मार्च माह के अंत तक टैक्सी व साइकिल स्टैंड की नीलामी कराने में विफल रही नगर पालिका टाण्डा ने जब मीडिया के हो हल्ला के बाद नीलामी की प्रक्रिया शुरू किया तभी नगरीय निकाय चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू हो गई जिसके कारण नगर पालिका की मंशा पर पानी फिर गया और अब अद्र्ध अचार संहिता समाप्त होने तक टाण्डा नगर पालिका प्रशासन को प्रतिदिन राजस्व नुकसान सहन ही पड़ेगा।