अम्बेडकरनगर: टाण्डा नगर पालिका परिषद के सैकड़ों कर्मचारियों ने बुधवार से काम बंद हड़ताल शुरू कर दिया है। नगर पालिका कर्मियों ने एक सुर में मांग किया कि सभासद पति दीपक केडिया के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जाए।
आपको बताते चलेंकि गत 11 नवम्बर को टाण्डा चौक में नगर पालिका कर्मियों द्वारा बिजली बनाते समय वहां चौकियों पर बिक्री के लिए रखी मिट्टी की मूर्तियों के टूटने से विवाद शुरू हुआ था जिसक लेकर सभासद पति दीपक केडिया व नगर पालिका के कर्मचारी आमने सामने आ गए। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार नगर पालिका बोर्ड बैठक में बजट प्रस्ताव को लेकर ईओ व सभासदों के बीच चल रहा विवाद अब सड़कों पर आ गया है। एक दर्जन से अधिक सभासदों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए टाण्डा ईओ पर आरोप लगाया कि दीपक केडिया को फर्जी फंसाया जा रहा है जबकि नगर पालिका के सैकड़ों कर्मचारियों ने नगर पालिका परिसर में धरना देते हुए काम बंद हड़ताल शुरू कर दिया। प्रातः काल पानी सप्लाई भी बंद कर दी गई थी हालांकि स्थानीय लोगों की असुविधाओं को देखते हुए उपजिलाधिकारी के निर्देश पर चन्द घंटों बाद पानी की सप्लाई शुरू करा दी गई जिससे स्थानीय नागरिकों ने राहत की सांस लिया। नगर पालिका कर्मियों द्वारा साफ सफाई का कार्य भी बन्द कर दिया गया है। ईओ नगर पालिका मनोज कुमार सिंह ने कहा कि सरकारी दस्तावेजों को फाड़ने, सरकारी कार्य मे बाधा उत्पन्न करने एवं जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली गलौज देने सम्बन्धित तहरीर टाण्डा कोतवाली निरीक्षक सहित मुकदमा दर्ज ना होने की सूरत में 18 नवम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल सम्बन्धित सूचना उच्च अधिकारियों को भी दी जा चुकी थी लेकिन ना तो मुकदमा पंजीकृत किया गया और न यही उच्ज अधिकारियों द्वारा ही उक्त प्रकरण को गंभीरतापूर्वक लिया गया इसलिए अपने कर्मचारियों के हित में हड़ताल का पूर्णतः समर्थन करता हूँ।
बहरहाल समाचार लिखे जाने तक आरोपी दीपक केडिया के खिलाफ कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया है और मूल भूत सुविधाओं (पानी व प्रकाश) को उच्च अधिकारियों के निर्देश पर हड़ताल से बाहर रखा गया है।