हम सब देशवासी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। देश की आज़ादी का 75 वर्ष पूर्ण होने पर “हर घर तिरंगा” कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिससे पूरे देश के हर गली मोहल्ले गाँव बाजार आदि में तिरंगा नज़र आए।
भारतीय तिरंगा संहिता के अनुसार तिरंगा की साईज 3×2 के अनुपात में बनी होनी चाहिए अर्थात अगर तीन फीट लंबा हो तो दो फीट चौड़ाई होनी चाहिए। तिरंगा चौकोर, बेडौल अथवा लंबा नहीं होना चाहिए। तिरंगा के बीच मे बने चक्र में तीलियों की संख्या 24 होनी चाहिए। तिरंगा का केसरिया रंग ऊपर व हरा रंग नीचे होना चाहिए। तिरंगा मैला व फटा अथवा रंग उड़ा हुआ कदापि नहीं होना चाहिए और अगर लगा हुआ तिरंगा फट जाए अथवा मैला व रंग उड़ जाये तो सब सम्मान पूर्वक उतार लेना चाहिए।तिरंगा सीधा फहराना चाहिए, आड़ा तिरछा अथवा झुका हुआ नहीं होना चाहिए। तिरंगा फहराने पर जमीन अतज्व पानी आदि से टच नहीं होना चाहिए। तिरंगा पर कुछ भी लिखा या कोई अन्य रंग आदि नहीं होना चाहिए।तिरंगा के साथ अन्य कोई ध्वज नहीं होना चाहिए। तिरंगा के आसपास भी उससे ऊपर कोई अन्य ध्वज नहीं होना चाहिए। तिरंगा का पूर्ण सम्मान करना चाहिए। तिरंगा खराब होने की स्थिति में उसे एकांत में बिना फ़ोटो व वीडियों ग्राफी के जल में अथवा जला कर नष्ट करना चाहिए। नष्ट करने की फ़ोटो व वीडियों बनाने या वायरल करने पर राष्ट्रद्रोह जैसे आरोप का सामना करना पड़ सकता है इसलिए तिरंगा को सावधानी पूर्वक ससम्मान फहराना चाहिए। पुनः अपील है कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम में शामिल होकर अपने घरों व प्रतिष्ठानों पर तिरंगा अवश्य फहराएं तथा हम सब भारतीय एक होने का सबूत दें।