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अम्बेडकरनगर: औद्योगिक नगरी टाण्डा में जारी वित्तीय वर्ष के लिए टैक्सी स्टैण्ड के ठीके की नीलामी नहीं हो सकी तो प्रभारी ईओ ने पूर्व ठेकेदार को प्रतिदिन के हिसाब से उसूली करने का आदेश जारी कर दिया है।
आपको बताते चलेंकि टाण्डा नगर पालिका परिषद में जारी वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट फिलहाल नहीं पास हो सका है और ना ही टैक्सी स्टैण्ड के ठीके की नीलामी ही हो सकी है। नगर पलिका अध्यक्ष श्रीमती नसीम रेहाना अंसारी की लंबी बीमारी के दौरान टाण्डा उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक को प्रभारी अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन श्रीमती नसीम रेहाना के इंतेक़ाल व अधिशाषी अधिकारी मनोज कुमार सिंह का गैर जनपद तबादला होने के बाद अपर जिलाधिकारी डॉक्टर पंकज कुमार वर्मा को प्रभारी अध्यक्ष व टाण्डा उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक को प्रभारी अधिशाषी अधिकारी की ज़िम्मेदारी मिल गई। प्रभारी ईओ द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट प्रस्ताव के लिए बोर्ड बैठक बुलाई गई थी लेकिन अंतिम समय मे अपरिहार्य कारणों से बैठक स्थगित कर दी गई जिसके कारण जारी वित्तीय वर्ष का बजट नहीं पास हो सका और ना ही टैक्सी स्टैंड के ठेके की नीलामी की प्रक्रिया हो सकी।
नगर पालिका परिषद टाण्डा के प्रभारी अधिशाषी अधिकारी ने नगर पालिका के पत्रांक 01 पर 01 अप्रैल 2021 को आदेश जारी करते हुए गत वर्ष टैक्सी स्टैंड का टीका लेने वाले ठेकेदार को ही अग्रिम आदेश अथवा ठेका नीलामी ना होने तक उसूली करने के लिए अधिकार पत्र दे दिया। उक्त आदेश के अनुसार ठेकेदार को 13 हज़ार 950 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से नगर पालिका कोष में जमा करना होगा।
आदेश पत्र में वाहनों का रेट भी निर्धारित किया गया है हालांकि रेट गत वर्ष का ही रखा गया है जिसके अनुसार प्राइवेट बस, मिनी बस को 150 रुपये, जीप, कार, मेटाडोर, टैक्सी, टेम्पो (विक्रम), सोमो, मार्शल आदि को प्रतिदिन 100 रुपये अदा करने होंगे। ऑटो रिक्शा, टेम्पो छोटा आदि या इसी श्रेणी के अन्य वाहन को 70 रुपये देना होगा। बैटरी से संचालित ई-रिक्शा वालों को प्रतिदिन 20 रुपये अदा करने होंगे जबकि माल वाहक ट्रक अथवा बड़े वाहनों को प्रतिदिन 250 रुपये अदा करना होगा जबकी मालवाहक छोटे वाहन जैसे मैजिक, पिकअप, ट्रैक्टर ढाई के स्वामियों को प्रतिदिन 80 रुपये नगर पलिका परिक्षेत्र के अंदर आने पर देना होगा।
उक्त आदेश नगर पालिका कार्यालय द्वारा जारी होने के बाद से ही सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा बस, टैक्सी, ई रिक्शा, मालवाहक आदि से वसूली शुरू की जा चुकी है।