बरेली (रिपोर्ट:कुनाल आर्य सोना) ऑवला शिमला मिर्च का बीज बानाने वाली कम्पनी ने सैकड़ों भोलेभाले किसानों को जानपूछकर लौटने का काम किया इस बार बेमौसम बारिश से धान की फसल चौपट हो गई किसानों को बचीकुची आस मिर्च की फसल से थी मंडी भाव भी इस बार अच्छा है लेकिन कम्पनी वालो ने किसानों को चौपट कर अपनी सजिश का शिकर बना ही लिया। ऑवला तहसील के साहसा गांव मे शिमला मिर्च की खेती सबसे ज्यादा की जाती हैं इसी बजय से पिछले कुछ सालों से मिर्च का बीज बानने बाली कम्पनी इंदिरा ने अपने कर्मचारियों को गांव में ही बीज देना शिरु कर दिया हर बार की तहर इस बार भी किसान भाईयों ने कर्मचारियों पर विश्वास करके खूब बीज खरीदा जब फसल तैयार होई तो उसमे फल ही नहीं आया शयाद इस बार फसल में फल ना आने की जानकारी कम्पनी और उसके कर्मचारीऔ को पहले से ही थी इसलिए कर्मचारियों ने किसानों को बीज का बिल अभी तक नहीं दिया किसानों द्वारा बिल मागने पर आजकल आजकल करते रहते हैं गांव के किसान बहुत परेशान है कर्ज लेकर फसल तो तैयार कर ली फसल मे फल नहीं आ रहा और कर्ज भी चूकाना है धान की फसल पहले ही बेमौसम बारिश से नष्ट हो चूकी कई किसानों की बेटियों की शादी भी तय हो चूकी है भोलेभाले किसान क्या करे और कहा जाऐ कम्पनी बाले भी बीज का पक्का बिल देने मे आनाकानी कर रहे हैं कुछ किसानों ने तो मिर्च की फसल पलट कर गेहूं भी बो दिऐ है। कम्पनी के द्वारा शिकर हुऐ किसान आदेश सिंह जयप्रकाश सुरेश चन्द्र रामौतार अवधेश प्रकाश मनोज सिंह जुगेंद्र सिंह सुरेश सिंह भगवान सिंह आदि शामिल हैं।