मासूम बच्चों को भूखा प्यासा लेकर थाने पर बैठी पत्रकार को पत्नी
अम्बेडकरनगर: अपने दो मासूम जुड़वा बच्चों को लेकर पत्रकार की पत्नी गुरुवार की सुबह से ही हंसवर थाना पर बैठी है। आरोप है कि पड़ोसी से चल रहे भूमि विवाद में एसओ द्वारा समझौता कराया गया था लेकिन अब उसी समझौते को मानने से ही इनकार किया जा रहा है। पीड़ित पत्रकार पर जबरन मुकदमा वापस लेने का दबाव पड़ने से परिजनों में आक्रोश व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हंसवर थाना क्षेत्र के गणेश पुर में पत्रकार रमेश विश्वकर्मा व पड़ोसी बलराज तिवारी के बीच काफी दिनों से भूमि विवाद चल रहा है जिसे लेकर दो बार मारपीट भी हो चुकी है। पत्रकार रमेश का विपक्षी हंसवर थाना का पीआरडी जवान भी बताया जा रहा है जिसके कारण हंसवर पुलिस ठोस कार्यवाही से कतराती नज़र आ रह है।
हंसवर थानाध्यक्ष व संभ्रांत लोगों की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच गत 27 अक्टूबर को समझौता हुआ था कि निशानदेही से दोनों पक्ष अपनी अपनी दीवारें बना लें और रमेश द्वारा न्यायालय में किया मुकदमा वापस ले लिया जाए परंतु उक्त समझौता का 20 दिनों बाद भी पालन नहीं हो सका और जब रमेश द्वारा दीवार बनाने का कार्य शुरू हुआ तो विपक्षियों ने रोक दिया लेकिन जब थानाध्यक्ष से शिकायत हुआ तो थानाध्यक्ष ने भी कहा कि पहले मुकदमा उठाओ फिर दीवार बनेगी। समझौता का पालन ना होने से आक्रोशित पत्रकार रमेश की पत्नी रीता देवी अपने दो जुड़वा मासूम बच्चों को लेकर गुरुवार सुबह थाना पर पहुंची लेकिन देर शाम तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी। श्रीमती रीता ने सूचना न्यूज़ से वार्ता करते हुए कहा कि कई माह से न्याय के लिए दर बदर की ठोकरें कहा रहे हैं और विपक्षी लगातार जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुबर सुबह से ही अपने दो मासूम बच्चों के साथ भूखी प्यासी थाना पर हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
देर शाम में पत्रकार रमेश ने बताया कि थानाध्यक्ष ने कहा कि नींव खोदव देता हूँ लेकिन जब मुकदमा वापस लोगे तब ही दीवार बनेगी। रमेश ने कहा कि मैं स्टाम्प पेपर पर लिखित देने को तैयार हूँ कि मुकदमा वापस ले लूंगा लेकिन मुझे डर है कि मुकदमा वापस लेने के बाद दीवार नहीं बनेगी।
बहरहाल भूमि विवाद में हुए समझौते का पालन कराने के बजाय हंसवर पुलिस समझौते के विपरीत कार्य कराते हुए पत्रकार के परिजनों पर पहले मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं जिससे आक्रोशित पत्रकार की पत्नी अपने दो जुड़वा मासूम बच्चों के साथ सुबह से ही थाना पर न्याय की आस में बैठी हुई है।