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अम्बेडकरनगर (सूचना न्यूज़ कार्यालय) हंसवर थानाक्षेत्र निवासी माफिया खान मुबारक की बहन शबाना खान ने अपनर भाई के इनकाउंटर की आशंका प्रकट करते हुए सभी मुकदमों में सुरक्षा कारणों से न्यायालय में ना पेश कर वीडियो कान्फेन्स से पेशी कराये जाने व अति आवश्यकता पर न्यायालय पेशी के दौरान पहले की तरह बुलेट प्रुफ जैकिट, बुलेट प्रुफ हेलमेट के साथ पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराये जाने तथा मात्र दिन के उजाले में ही यात्रा कराये जाने की मांग जिला न्यायालय अध्यक्ष को तीन पृष्ठीय प्रार्थना पत्र भेज कर किया है।

माफिया खान मुबारक की बहन श्रीमती शबाना खान ने प्रार्थना पत्र में लिखा कि उसका भाई खान मुबारक विगत साढ़े चार साल से लगातार जेल में बंद है और वर्तमान समय मे सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में निरूद्ध है। दआव किया कि मेरा भाई अम्बेडकर नगर व आस पास के जनपदो मे ठेकेदारी के साथ-साथ क्षेत्रीय राजनीति में सक्रिय व्यक्ति है तथा उत्तर प्रदेश की एक बड़ी राजनैतिक पार्टी से जुड़े हुये है। ठेकेदारी और राजनैतिक प्रतिद्ववंदता के कारण या वर्चस्व के कारण उत्तर प्रदेश के तमाम राजनैतिक संरक्षण प्राप्त माफिया और गैंगस्टरों के प्रार्थिनी के भाई की दुश्मनी और गैंगवार चलती चली आ रही है जिसमे अब कई हत्याये हो चुकी है। मेरे भाई के दुश्मनों के सहयोग पुलिस के कई बड़े अफसर लगे हुए हैं और मेरे भाई को न्यायालय पेशी के दौरान पुलिस का हथियार छीन कर भागता दिखाकर फर्जी इनकाउन्टर में या गैंगवार के नाम पर हत्या की साजिश रच रहे हैं। विपक्षी अब तक विफल रहने पर अब पुलिस प्रशासन को भी इस साजिश में शामिल करने की कोशिश कर रहा है और माननीय न्यायालय से बार-बार मेरे भाई को कोर्ट मे तलब कर उसकी हत्या की साजिश को अंजाम देने की कोशिश कर रहे है। सुरक्षा कारणो से पिछले दो वर्षों से अधिक समय में मेरे भाई के सारे मुकदमो की सभी पेशी जरिये वीडियो कान्फेन्सिग ही करायी जाती रही है। अब फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल के वारिष्ठ जेल अधीक्षक और प्रभारी ओम प्रकाश आर्या मेरे भाई को जबरजस्ती न्यायालय में भेजने की कोशिश की जा रही है। श्रीमती शबाना ने दावा किया कि उक्त सारी बाते जेल में तैनात एक जेल के सिपाही जो मेरे भाई के पहले से परिचित है उन्होंने हमें फोन कर ये सूचना दी कि आपके भाई खान मुबारक को पेशी के दौरान मारने की साजिश में जेल प्रशासन सहित पुलिस के आलाधिकारी शामिल हैं और इसी साजिश के तहत तुम्हारे भाई को कम सुरक्षा में ले जाया जायेगा और उनकी हत्या को अंजाम दिया जायेगा।

पत्र में बताया गया कि फतेहगढ़ जेल के जेलर प्रभारी जेलर द्वारा खान मुबारक को मात्र तीन सिपाहियों के साथ सी.जी.एम. कोर्ट में पेश होने के लिये दबाव बनाया गया है इसके पहले माफिया खान मुबारक को 25 से ज्यादा पुलिस कर्मी और बुलेट प्रुफ जैकिट, बुलेट प्रुफ हेलमेट मुहैय्या कराया जा रहा है। तीन सिपाहियों के साथ न्यायालय में पेशी कराया जाना एक साजिश की तरफ इशारा करता है और इस साजिश में जेल अधीक्षक सेन्ट्रल जेल अधीक्षक फतेहगढ़ जेलर और ओम प्रकाश आर्या की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। अम्बेडकरनगर जिला न्यायालय अध्यक्ष से श्रीमती शबाना खान ने मांग किया कि मेरे भाई के सभी मुकदमों का ट्रायल जरिये वीडियो कान्फेसिंग कराया जाना ही उचित रहेगा और वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा ही पूरे भारत वर्ष की जेलो मे बंद बंदियों की पेशी और मुकदमो का ट्रायल कराया जा रहा है अभी दिल्ली हाईकोर्ट की एक अदालत में हुये एक सूट आउट के बाद माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने आदेशित किया है कि अति आवश्यकता पड़ने पर ही बंदी को जेल से कोर्ट में पेश कराया जाये।

जिला न्यायालय अध्यक्ष से मांग की गई कि खान मुबारक पर खतरे की गंभीरता को देखते हुए उसके सभी मुकदमों का सम्पूर्ण ट्रायल जरिये वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा ही कराये जाने का आदेश दिये जाने की कृपा की जाये। अति आवश्यकता पर ही मेरे भाई को व्यायालय में व्यक्तिगत रूप से पेश किया जाये। न्यायालय पेशी के दौरान पहले की तरह मेरे भाई की सुरक्षा में कम से कम 25 पुलिस कर्मी, बुलेट प्रुफ जैकिट, बुलेट प्रुफ हेलमेट लगाकर पेश कराये जाने का फतेहगढ़ एस.पी. फरुखाबाद को आदेशित करें तथा खान मुबारक को सुरक्षा कारणो से उच्च सुरक्षा ‘हाई सिक्योरिटी जेल’ में ही रखने की मांग किया है। उक्त पत्र सूचना न्यूज़ टीम को अज्ञात नंबर से व्हाट्सअप पर भेजा गया है। सूचना न्यूज़ टीम उक्त पत्र की पुष्टि महीन करता है।

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