अम्बेडकरनगर: ग्रामीणों द्वारा ग्राम प्रधान का चुनाव गाँव की तरक्की व खुशहाली के लिए करते हैं लेकिन जब जनप्रतिनिधि के मन में सब कुछ पैसा जमा जाए तो उसे कुछ भी नज़र नहीं आता है। एक बड़ी आबादी ने शिकायतों का अम्बार लगा दिया है लेकिन प्रधान व सरकारी अफसर की मिली भगत के कारण उच्च अधिकारियों को भ्रमित किया जा रहा है जिसके कारण लिखित शिकायतों का कोई असर नहीं हो रहा है।
मनरेगा के तहत जेसीबी से तालाब सुंदरीकरण का कार्य ही नहीं बल्कि जेसीबी से नहर की सफाई भी मनरेगा के तहत कराई जाती है और मनरेगा के मजदूरों के नाम फ़र्ज़ी भुगतान करा लिया जाएगा। मत्स्य पालन के नाम पर तालाब से सैकड़ों घनमीटर मिट्टी गायब करने की शिकायत के साथ सरकारी नल को उखाड़ कर बेचने का भी मामला प्रकाश में आया है। प्राथमिक विद्यालय में बिना गेट लगाए ही गेट का भुगतान करने का मामला हो या चकरोड निर्माण में घटिया सामग्री के प्रयोग की शिकायत के साथ विभिन्न कार्यों में भारी अनियमिता के मामले में ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के मिली भगत की शिकायत है। उक्त गंभीर मामलों की शिकायत हुई तो दबंग प्रधान व उनके सहयोगियों द्वारा शिकायतकर्ता की जमकर पिटाई कर दी गई और जब मुकदमा हो गया तो लाइसेंसी बंदूक से हत्या करने की धमकी दी जाने लगी।
मामला विकास खंड टांडा के हिथुरी दाऊदपुर का बतया जा रहा है जहाँ के ग्राम प्रधान द्वारा पड़ोसी गाँव निवासी को गाँव का सेक्रेटरी बनवा दिया गया और फिर दोनों की जुगलबंदी ने उच्च अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने का काम तेज़ कर दिया।
हिथुरी दाऊदपुर में मनरेगा के तहत तालाब सुंदरीकरण व नहर सफाई का कार्य कराया गया। उक्त कार्य मनरेगा मज़दूरों द्वारा कराया जाना था लेकिन शासन की मंशा व नियम कानून को ताक पर रखकर जेसीबी मशीन द्वारा तालाब सुंदरीकरण व नहर की साफ सफाई कराई गई और फिर मिली भगत कर मनरेगा मज़दूरों के नाम सरकारी धन निकाल कर बंदरबांट कर लिया गया। उक्त मामले की शिकायत ग्रामीणों द्वारा लिखित रूप में कई गई।
गाँव में मत्स्य पालन के नाम पर तालाब का आवंटन (पट्टा) कराया गया और उक्त तालाब से 484 घनमीटर मिट्टी खनन कर विक्रय कर दिया गया। उक्त मामले की शिकायत हुई तो जांच टीम ने पहुंच कर ग्रामीणों का बयान कलम बन्द किया जिसके बाद जिला खनन अधिकारी ने शिकायत को सही पाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया।
प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्रीवाल का मानक विपरीत निर्माण करने एवं बिना गेट लगाये ही गेट का भुगतान कराने की भी शिकायत की गई लेकिन नतीजा शून्य रहा।
गाँव में बने सीसी रोड में घटाया सामग्री व मानक विपरीत निर्माण कार्य एवं सरकारी नल को उखाड़ कर बेचने की भी लिखित शपथ पत्र देकर शिकायत दर्ज कराई गई।
उक्त शिकायतों से आक्रोशित ग्राम प्रधान समर्थकों द्वारा शिकायतकर्ता की जमकर पिटाई की गई। अलीगंज पुलिस ने अपराध संख्या 184/22 पर धारा 147, 323, 504 व 506 के तहत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा लिख दिया। मुकदमा दर्ज होने से नाराज़ दबंगों द्वारा शिकायतकर्ता को लाइसेंसी बन्दूक से हत्या करने की धमकी दी जाने लगी।
ग्रामीणों का आरोप है कि मात्र दो किमी पर सेक्रेटरी का गाँव है और ऐसे में उसे पड़ोस के गाँव का सेक्रेटरी क्यों बनाया गया है। ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी की मिली भगत से मनरेगा मज़दूरों का हक ही नहीं मारा जा रहा है बल्कि शिकायत करने पर मारपीट व धमकी भी दी जा रही है।
बहरहाल ग्राम हिथुरी दाऊदपुर में ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी की मिली भगत के कारण अधिकांश ग्रामीण परेशान हैं जिसके ग्रामीणों द्वारा कलेक्ट्रेट व पुलिस कप्तान कार्यालय का घेराव भी किया जा चुका है लेकिन शिकायतों के अम्बार के बावजूद ग्राम आराधन व सेक्रेटरी पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और खुलेआम सरकारी धन की बंदरबांट की जा रही है और गरीब मनरेगा मज़दूर मुंह ताकने पर मजबूर है और आवाज़ उठाने वालों को आवाज़ दबाने का हर फन अपनाया जा रहा है।