अम्बेडकरनगर (सूचना न्यूज़ कार्यालय) बसपा शासनकाल में जनपद के सृजन कर अम्बेडकरनगर को अपना गढ़ बनाया गया था और बसपा सुप्रीमों बहन मायावती जनपद से सांसद भी चुनी गई थी। भाजपा की लहर के दौरान भी पांच में से तीन सीट पर बसपा ने अपना नीला झंडा लहरा का साबित कर दिया था कि अम्बेडकरनगर बसपा का गढ़ है लेकिन आगमी विधान सभा चुनाव से ठीक पहले बसपा से भागने वालों का सिलसिला बड़ी तेजी से जारी है हालांकि ये क्रम बसपा द्वारा पूर्व कैबिनेट मंत्री अकबरपुर विधायक राम अचल राजभर व पूर्व कैबिनेट मंत्री कटेहरी विधायक लालजी वर्मा को पार्टी से निकालने के बाद तेज़ हो गया है।
सोमवार को मुस्लिम हलालखोर के प्रदेश स्तरीय नेता व बहुजन समाज पार्टी टाण्डा के विधान सभा उपाध्यक्ष अब्दुल हकीम ने अपने साथियों व बिरादरी वालों के साथ बहुजन समाज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व पदों से त्याग पत्र दे दिया है। बसा जिला अध्यक्ष को सौंपे गए त्याग पत्र में कहा गया कि उन्हें प्रतीत हो रहा है कि बसपा अपने मूल सिद्धांतों (मिशन) से भटक गई है और पार्टी में वर्षो से जुड़े कार्यकर्ताओं व नेताओं का पार्टी में कोई मोल नहीं बचा है। श्री हकीम ने बताया कि बसपा पर हमेशा पैसा लॉकर टिकट देने का आरोप लगता रहा लेकिन हम सब लोग सब कुछ सहते हुए मिशन को आगे बढ़ाने में जुटे रहे लेकिन पार्टी अब सभी लोगों को नज़र अंदाज़ करते हुए नए लोगों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
बहरहाल बसपा के गढ़ में पार्टी का हाल काफी बुरा होता जा रहा है। एक एक कर काफी तेज़ी से लोग साथ छोड़ रहे हैं जो आने वाले विधान सभा चुनाव में बसपा के लिए काफी बुरा समय हो सकता है।