अम्बेडकरनगर: विगत् 21 वर्षों से निरन्तर, भारत से हजारों मील दूर दुबई में भारतीय गणतन्त्र दिवस समारोह ने अपनी परम्पराओं के मुताबिक एक साहित्यिक संध्या के आयोजन की बुनियाद 2003 में डाली थी। भारत महोत्सव के संस्थापक एवं मुख्य संरक्षक सैय्यद सलाहुद्दीन के अनुसार भारत महोत्सव का एक अलग इतिहास एवं अद्वितीय परम्परा है और हम इस परम्परा को हर हाल में जिन्दा रखना चाहते हैं। इस वर्ष भारत महोत्सव 28 जनवरी दिन शनिवार की रात्रि 8 बजे से “शेख राशिद ऑडिटोरियम इण्डियन स्कूल” में अपनी भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। सैय्यद सलाहुद्दीन ने कहा कि हम कोई कवि सम्मेलन या मुशयरा नहीं करते बल्कि अपने भारतीय संविधान एवं लालकिला, दिल्ली के साहित्यिक पराम्पराओं का यहाँ पूरा-पूरा आदर एवं सम्मान करते हैं। यह दुनिया का अकेला कवि सम्मेलन एवं मुशायरा है जिसकी शुरूआत भारतीय राष्ट्रीयगान से होती है।
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इस वर्ष जो कवि एवं शायर का आगमन इस भारत महोत्सव में 28 जनवरी को है उनमें डॉक्टर उदय प्रताप सिंह (पूर्व सांसद), डॉ. हरि ओम, डा. कलीम कैंसर, डॉ. नुसरत मेहदी, डॉ. माल्विका हरि ओम, खुर्शीद हैदर, अल्ताफ ज़िया, डॉ. जुबेर फारूक ( अमीराती शायर). श्रीमती तजदीद कैंसर, दमदार बनारसी, श्रीमती उरूसा अर्शी और हनीफ राही के नाम सम्मिलित हैं। भारत महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में महामहिम संजय सुधीर (भारत के राजदूत) एवं अध्यक्षता उदय प्रताप सिंह करेंगे, जबकि संचालन लखनऊ विश्वविद्यालय के उर्दू विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नय्यर जलालपुरी जी करेंगे।
इस महोत्सव के संरक्षकगण जिसमें डॉ. राम बखसानी, खुशी खटवानी, पारस शहदादपुरी और शब्बीर ताहिरी इस कार्यक्रम की भव्यता के लिए सय्यद सलाहुद्दीन का हौसला बढ़ाते रहते हैं।
भारत महोत्सव कवि सम्मेलन एवं मुशायरा भाषाओं के संगम और भारतीय गरिमा, विद्वता एवं साहित्य में उल्लेखनीय भूमिका अदा करता है। इस अवसर पर 175 पृष्ठ की एक त्रिभाषीय स्मारिका प्रकाशित की जाती है, जो अपने आप में अद्भुत होती है कवि सम्मेलन एवं मुशायरे के कोआर्डिनेटर डॉ. कलीम कैंसर ने बताया कि भारत महोत्सव के इस प्रोग्राम में अमरीका, कनाडा, फ्रांस, सऊदी अरब, जापान आदि देशों से भी भारतीय भाषाओं के साहित्यकार एवं कविता प्रेमीगण जिनकी नज़र में अपने भारतीय होने पर गर्व है, वो भी भागीदार होते हैं। इस अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरे को देश के मान्यता प्राप्त समाचार पत्र, पत्रिकाओं व इलेक्ट्रानिक मीडिया अपने-अपने तरीके से वर्ष भर प्रसारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं।