अम्बेडकरनगर: पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी के पत्र पर जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने टांडा उप जिलाधिकारी को जांच अधिकारी नामित कर दिया है। पुलिस कप्तान ने आरोपी स्वाट टीम की पूरी ‘बी’ यूनिट को निलंबित कर दिया है।
बताते चलेंकि आज़मगढ़ जनपद के थाना पवई निवासी 36 वर्षीय ज़ियाउद्दीन को स्वाट टीम की ‘बी’ यूनिट पूंछतांछ के लिए उठा कर ले थी लेकिन 24 घंटा बाद भी सक्षम न्यायालय में नहीं पेश किया और ना ही परिजनों को कोई सूचना दी गई हालांकि परिजनों से एक बार वार्ता करा कर तीन लाख रुपये की मांग की गई लेकिन जब तक परिजन किसी नतीजे पर पहुंचते तब तक ज़ियाउद्दीन की जिला अस्पताल में मृत्यु हो गई। आरोप है कि ज़ियाउद्दीन पर स्वाट टीम ने काफी टार्चर किया था तथा बिजली के हीटर पर पेशाब करा रहे थे जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गौ और आननफानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया दिया गया था। मृतक ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लेमीन के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली का रिश्तेदार भी बताया जा रहा है। सूचना और जिला मुख्यालय पहुंचे शौक़त अली सहित मजलिस के प्रदेश सचिव इरफान पठान व जिलाध्यक्ष मुराद अली के प्रयास से स्वाट टीम प्रभारी व हमराहियों के नाम अपहरण व हत्या का मुकदमा पंजीकृत हुआ। पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने काफी तेजी करते हुए स्वाट टीम की ‘बी’ यूनिट के आठ पुलिस कर्मियों को पहले लाइन हाजिर किया और बाद में सभी को निलंबित कर दिया तथा जिलाधिकारी से मजिस्ट्रेटियल जांच की सिफारिश किया। जिलाधिकारी ने परिजनों को विश्वास में लेते हुए टांडा उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक को जांच अधिकारी नामित किया। एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने ट्वीट कर परिजनों को 50 लाख रुपये को आर्थिक सहायता तथा सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग भी किया है।