“स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अथवा खुली बैठक में नया कोटेदार चुन कर राशन वितरण कराने की मांग”
अम्बेडकरनगर (सूचना न्यूज़ कार्यालय) विकास खंड भियांव के मंदहा मोलनापुर में आपूर्ति विभाग व सरकारी राशन माफियाओं के गठजोड़ का नया खेल सामने आया है जिससे सैकड़ों उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदहा मोलनापुर गाँव के कोटेदार लक्षण प्रसाद का कोटा 2018 में निलंबित हो गया था लेकिन आपूर्ति विभाग व सरकारी राशन माफियाओ के गठजोड़ के कारण गाँव के ही योगेंद्र सिंह को नियम कानून दर किनार करते हुए वैकल्पिक रूप से कोटा दे दिया गया लेकिन जुलाई माह में वैकल्पिक राशन वितरण कर रहे श्री योगेंद्र की भी मृत्यु हो गई जिसके बाद दो माह राशन वितरण ही नहीं किया गया जबकि अक्टूबर माह में मृतक श्री योगेंद्र के घर से ही सरकारी राशन का वितरण किया गया जिससे उपभोक्तओं में हैरानी बढ़ गई।
स्वयं सहायता चलाने वाली महिलाओं ने गांव की किरण देवी के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर मांग किया है कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से राशन का वितरण कराया जाए अथवा खुला पंचायत की बैठक बुला कर नए कोटेदार का चयन किया जाए जिससे पारदर्शिता नज़र आए।
बताते चलेंकि गाँव में 80 अंत्योदय व 300 पात्र गृहस्थी कार्ड धारक हैं तथा आश्चर्यचकित है कि 2018 में तत्कालीन कोटेदार लक्ष्मण प्रसाद के निलंबन के बाद गाँव के दूसरे पुरवा के योगेंद्र सिंह के माध्यम से वैकल्पिक राशन वितरण कराया जा रहा था लेकिन श्री योगेंद्र की मृत्यु के बाद दो माह का राशन वितरण ही नहीं हो सका था तीसरे माह पुनः मृतक श्री योगेंद्र के घर से ही राशन वितरण होने लगा जिससे स्पष्ट हो रहा है कि आपूर्ति विभाग व सरकारी राशन माफियाओं के गठजोड़ काफी मजबूत है इसलिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम मांग किया है कि उच्च अधिकारी प्रकरण का त्वरित संज्ञान लेकर स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अथवा गाँव मे खुली पंचायत की बैठक बुला कर नए कोटेदार का चयन कर कोटा आवंटित करें जिससे शासन की मंशा पूरी हो सकें।