अम्बेडकरनगर: जलालपुर नगर क्षेत्र स्थित महिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और अनियमितताओं का सच उस समय उजागर हुआ जब समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थ मिश्रा तथा विधानसभा प्रभारी अखिलेश सिंह यादव ने अस्पताल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान महिला मरीजों और तीमारदारों ने नेताओं को बताया कि अस्पताल में दवाओं और जांच किट की भारी कमी है। ब्लड जांच के लिए मरीजों को बाहर निजी पैथोलॉजी पर हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं।अस्पताल में लाखों रुपये की लागत से मंगाई गई ब्लड जांच मशीन और अन्य उपकरण धूल फांक रहे हैं। स्टाफ ने बताया कि मशीन आ चुकी है, लेकिन सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन न होने के कारण महीनों से बंद पड़ी है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को कई बार पत्राचार किया जा चुका है। महिला अस्पताल प्रभारी डॉ. रमा वर्मा ने स्वीकार किया कि मशीन अभी तक चालू नहीं हो पाई है। जांच किट की कमी की जानकारी भी उन्होंने दी और बताया कि आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है।
इस मौके पर सपा नेता सिद्धार्थ मिश्रा ने कहा कि 2012 में अखिलेश यादव सरकार के दौरान तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने बड़े अरमान से यह अस्पताल बनवाया था, ताकि गर्भवती महिलाओं और महिला मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। लेकिन भाजपा सरकार में इसकी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि अस्पताल में सर्जन डॉक्टर, बाल रोग विशेषज्ञ, अल्ट्रासाउंड सुविधा और इमरजेंसी सेवाओं की तत्काल व्यवस्था की जाए ताकि क्षेत्र की जनता को राहत मिल सके। निरीक्षण के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष पप्पू वर्मा, छात्रसभा अध्यक्ष बाल गोविंदा गौतम सहित दर्जनों सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।



