बलिया (रिपोर्ट: अखिलेश सैनी) लोक सेवा,परोपकार और दान की भावना हमारे वैभवशाली भारतीय संस्कृति का मूलाधार है। जिस परम्परा पर चलकर ही हम बुजुर्गों के प्रति समर्पण भाव व भारतीय संस्कृति को मजबूत बना सकते हैं। उपर्युक्त उद्गार माधोपुर गांव के पूर्व प्रधान वाराणसी में सत्र न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता व हर्ष फाउंडेशन के संयोजक अरुण सिंह मुन्ना के द्वारा अपने बाबा पूर्व प्रधान स्व. हर्ष नारायण सिंह की स्मृति में शुक्रवार को कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए आयोजित कम्बल वितरण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए मथुरा पीजी कालेज के छात्र संघ अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने व्यक्त किया। इसके पूर्व उन्होंने असहाय जनों में कम्बल वितरित किया। उन्होंने कहा की समाज का हर बुजर्ग और अभिभावक समाज के लिये प्रेरणा स्रोत होता है। जिसका सम्मान करके ही समाज को समृद्ध बनाया जा सकता है। क्योंकि उनका जीवन दर्शन हमें हर समय सीख देते हैं। प्रधान जी के नाम से जाने जाने वाले स्व हर्ष नारायण सिंह का पूरा जीवन जनसेवा की साधना के लिए समर्पित रहा। उनके आदर्शों पर चलना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम के संयोजक अरुण कुमार सिंह मुन्ना ने कहा कि पुरखों की स्मृतियों से नई ऊर्जा मिलती है। यदि उन्हें सेवा दान के माध्यम से याद किया जाए तो उनका आशीर्वाद साक्षात मिलता है। इस लिए मैंने उनके नाम से संचालित फाउंडेशन के माध्यम से सभी बुजुर्गों के स्मृति में मानव सेवा के कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया है। भविष्य में गांव के लिए निःशुल्क एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर श्रीकेश सिंह, विक्रमा सिंह, जनार्दन सिंह, छोटे लाल मसीह,पारस नाथ सिंह, जितेंद्र कुमार, दरोगा सिंह,कृपा शंकर, सुरेश सिंह, चंदभान सिंह आदि रहे। संचालन ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष हर्षदेव जी ने किया।