अम्बेडकरनगर: प्राचीन नगर टाण्डा में पुराना रामलीला मैदान के समीप स्थित श्री ठाकुर जी महाराज ट्रस्ट की भूमि बिक्री प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। टाण्डा उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक के निर्देश पर सोमवार को टाण्डा नगर पालिका परिषद की टीम ने मौके पर जाकर पैमाइश किया। सूत्रों के अनुसार नगर पालिका की पैमाइश में जिस भूमि पर निर्माण हो रहा है वो नगर पालिका के कागजात में गाटा संख्या 2060 पर “श्री ठाकुर जी द्वारा मौतूहा सतावर्ती” के नाम 03 बिस्वा 14 धुर दर्ज है और उक्त भूमि को जिसने बिक्री लिया अथवा जो निर्माण करा रहा है, किसी का नाम दर्ज नहीं है। नगर पालिका टीम में आर.आई राकेश कुमार गौरव व नजूल लिपिक अरशद जमाल आदि शामिल थे जो मंगलवार को अपनी विस्तृत रिपोर्ट उप जिलाधिकारी को सौंपेंगे। जानकारी के अनुसार नगर पालिका टीम ने श्री ठाकुर जी द्वारा मौतूहा सतावर्ती के नाम दर्ज भूमि पर हो रहे निर्माण को मौखिक रूप से बंद करने को कहा है लेकिन फिर भी निर्माण कार्य जारी है। एक तरफ नगर पालिका का कहना है कि जिस भूमि पर निर्माण कार्य हो रहा है वो गाटा संख्या 2060 की है जबकि दूसरी तरफ बलभद्र प्रसाद के दत्तक पुत्र सुरेश कुमार भल्ला ने उक्त भूमि को आबादी की भूमि दर्शाते हुए जुलाई 2020 में बैनामा कर दिया है। जानकडी के अनुसार श्री ठाकुर जी महाराज ट्रस्ट की उक्त भूमि को आबादी दर्शाते हुए महेश चंद्र अग्रवाल को बेची गई है जिस पर निर्माण कार्य शुरू होते ही समाज मे आक्रोश व्याप्त हो गया। ट्रस्ट की भूमि बिक्री होने की क्षेत्र में चर्चाएं खूब हो रही है जिससे एक विशेष समाज मे आक्रोश भी व्याप्त है हालांकि उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सर्वप्रथम नगर पालिका द्वारा पैमाइश कराने का निर्देश दिया जिसके क्रम में नगर पालिका टीम द्वारा सोमवार को भूमि की पैमाइश की गया जिसकी विस्तृत रिपोर्ट नगर पालिका मंगलवार को उपजिलाधिकारी को भेजेगी जिसके उपरांत उप जिलाधिकारी द्वारा कोई निर्णय लिया जाएगा।
बहरहाल अगर निर्माणाधीन भूमि श्री ठाकुर जी महाराज की है तो उसे आबादी की भूमि दर्शा कर क्यों बेच दिया गया है इसकी चर्चाएं क्षेत्र में खूब तेज़ी से हो रही है तथा सोशल मीडिया पर भी चर्चाएं चल रही है।