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अम्बेडकरनगर: माफिया के विरुद्घ छेड़े गए अभियान में पुलिस प्रशासन की नजर गैर जिलों में मौजूद माफिया की अवैध संपत्ति पर भी है। इसमें माफिया खान मुबारक व अजय सिंह सिपाही की संपत्तियां मुख्य रूप से शामिल हैं। पुलिस अलग अलग स्रोतों से इन माफिया की गैर जनपदों में बेनामी संपत्तियों का पता लगा उन्हें जब्त करने की तैयारी में है।
इसकी भनक लगते ही दोनों माफिया समेत उनके परिवारीजनों व गुर्गों की बेचैनी बढ़ गई है। इस बीच माफिया अजय सिंह के घर को ध्वस्त करने की गोपनीय योजना को किसी भी समय अमल में लाया जा सकता है। माफिया के गैंग में शामिल तीन गुर्गों की संपत्तियों पर भी इसी तरह नजर है। ऐसे में अगले 24 घंटे के भीतर माफिया का नेटवर्क तोड़ने की दिशा में पुलिस प्रशासन कोई और मजबूत कदम आगे बढ़ाता दिख सकता है।
राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिले में पुलिस-प्रशासन ने माफिया की कमर तोड़ने की प्रभावी मुहिम छेड़ रखी है। यूं तो पहले भी माफिया के विरुद्घ कई तरह की प्रभावी कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से काफी कड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। जिले के दो माफिया हंसवर थाना क्षेत्र के हरसम्हार निवासी खान मुुबारक व महरुआ थाना क्षेत्र के लोकनाथपुर निवासी अजय सिंह सिपाही व उनके गुर्गे पुलिस के निशाने पर हैं। पिछले कई दिनों से चली आ रही ताबड़तोड़ कार्रवाई के क्रम में अब एक महत्वपूर्ण खबर निकलकर सामने आई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन ने माफिया खान मुबारक व माफिया अजय सिंह सिपाही की गैर जिलों में स्थित बेनामी संपत्तियों पर अपनी निगाह केंद्रित कर दी है। इसमें लखनऊ, प्रयागराज, बनारस, नोएडा आदि शहरों में संभावित संपत्तियों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस इसके लिए अलग अलग सूत्रों का सहारा ले रही है। यह जानकारी हासिल की जा रही है कि गैर जनपदों में कहां कहां इन दोनों माफियाओं के नाम पर संपत्ति है और कहां कहां इन माफियाओं ने बेनामी संपत्ति बना रखी है। संपत्तियों का पता लगने के बाद उन्हें गैंगेस्टर एक्ट के तहत सीज करने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। ऐसी संपत्तियों को ध्वस्त करने की कार्ययोजना भी अमल में लाई जा सकती है।
इस बीच गैर शहरों में स्थित संपत्तियों का पता लगाने की मुहिम के साथ ही पुलिस ने माफियाओं के गुर्गों की संपत्तियों पर भी निगाह गड़ा दी है। माफिया खान मुबारक गैंग के सक्रिय सदस्य परवेज व उसकी पत्नी के नाम वाली लगभग 50 लाख वाली संपत्ति पहले ही सीज की जा चुकी है। माफिया अजय सिंह सिपाही के करीबी पवन सिंह की कार्यदायी संस्था साईं कांस्ट्रक्शन के बैंक खाते भी पुलिस प्रशासन सीज कर चुका है। अब तैयारी यह है कि माफियाओं के घरों को भी सीज कर दिया जाए और उनके वाहन जब्त कर लिए जाएं। गुर्गों के घरों को भी जमींदोज करने की तैयारी है।
इसके साथ ही माफिया व कटेहरी ब्लॉक प्रमुख अजय सिंह सिपाही के घर को सीज करने की प्रक्रिया कभी भी अमल में लाई जा सकती है। माफिया खान मुुबारक के घर की तरह अजय सिंह सिपाही का घर भी गैंगेस्टर एक्ट के तहत जल्द ही ध्वस्त कराया जा सकता है। अंदर खाने इसके लिए सभी जरूरी तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि अगले 24 घंटे के भीतर पुलिस प्रशासन माफियाओं के विरुद्घ एक बार फिर से कोई बड़ा कदम उठा सकता है। फिलहाल उसे अत्यन्त गोपनीय रखा गया है। पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी का कहना है कि आपराधिक तत्वों के विरुद्घ कार्रवाई को लेकर जल्द ही नई सूचना साझा की जाएगी। अभी सभी जानकारी नहीं दी जा सकती है। कई तरह की कार्रवाई पर विचार चल रहा है। (साभार समीक्षा)