अम्बेडकरनगर: ऑल इण्डिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लेमीन के प्रदेश सचिव इरफान पठान के निर्देश पर जिलाध्यक्ष मुराद अली के नेतृत्व में बुधवार की शाम को कैंडल मार्च निकाल कर हाथरस के दोषियों को फांसी की सज़ा देने की मांग की गई। कैंडल मार्च के दौरान योगी सरकार मुर्दाबाद का भी जमकर नारा लगाया गया। जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में आरोपियों को फांसी की सज़ा देने के साथ पीड़ित परिवार को पांच करोड़ की आर्थिक सहायता व दो सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है। अकबरपुर रेलवे स्टेशन से कलेक्ट्रेट तक कैंडल मार्च निकाला गया।(नोट:पूरी वीडियों देखने के लिए इसे टच करें) आपको बताते चलेंकि समाचारों के अनुसार गत 14 सितंबर को हाथरस में एक दलित बालिका के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसकी जुबान ही नहीं काटी गई बल्कि उसकी कमर की हड्डी भी तोड़ दी गई थी जिसने इलाज़ के दौरान कल दम तोड़ दिया और हाथरस की पुलिस ने उसके शव को परिजनों के हवाले नहीं किया बल्कि भारी सुरक्षा के साथ उसका अंतिम संस्कार कर दिया जिसके बाद परिजनों की आवाज़ सामाजिक कार्यकर्ताओं व राजनीतिक संगठनों द्वारा उठाई जाने लगी और आरोपियों को फांसी की सज़ा कई मांग भी तेजी से की जाने लगी है। एमआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष मुराद अली के नेतृत्व में आज बुधवार की शाम में निकले कैंडल मार्च में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल रही।दूसरी तरफ बसखारी में भी हाथरस घटना को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया जिसमें अर्पित वर्मा, संतोष यादव, नदीम, प्रकाश चन्द्रा, रुद्र पटेल, प्रीत यादव, खुर्शीद, शिखर आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। हंसवर थानाक्षेत्र के हरसम्हार में बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास फैसल सिद्दीकी के नेतृत्व में कैंडल जला कर हाथरस घटना की निंदा किया गया।
बहरहालकांग्रेस जिलाध्यक्ष रामकुमार पाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यालय से पुलिस कप्तान कार्यालय तक पद्मार्च निकाल कर सीओ सिटी नवीन कुमार सिंह के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा और हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए आरोपियों को अविलनब फांसी ओर चढ़ाने की मांग किया।जा उक्त अवसर पर डॉक्टर विजय शंकर तिवारी, सुनील सिंह, अवधेश कुमार मिश्र बब्लू, अमित कुमार वर्मा, महमी प्रसाद राजभर, अफरोज आलम, गुलाम रसूल छोटू, सुखिलाल वर्मा आदि मौजूद रहे।
बहरहाल जनपद के विभिन्न स्थानों पर कैंडल मार्च निकाल कर हाथरस की घटना पर आक्रोश प्रकट करते हुए न्याय की गोहर लगाई गई।